श्रीलंका में राष्ट्रपति आवास के बाहर हिंसक हुआ विरोध प्रदर्शन, फूंकी गई सेना की बसें, कोलंबो में कई जगहों पर कर्फ्यू
श्रीलंका में राष्ट्रपति आवास के बाहर हिंसक हुआ विरोध प्रदर्शन, फूंकी गई सेना की बसें, कोलंबो में कई
कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के आवास के बाहर हुए हिंसक प्रदर्शन में पत्रकारों समेत करीब दस लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में घायल छह लोगों को कोलंबो राष्ट्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।वहीं चार अन्य को कलुबोविला के कोलंबो साउथ टीचिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सरकार के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक हिंसक प्रदर्शन में घायल हुए सभी पुरुष हैं। इनमें ज्यादातर पत्रकार शामिल हैं। श्रीलंका में मौजूदा आर्थिक हालातों का समाधान निकालने में विफल रही सरकार के खिलाफ लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया है। जहां प्रदर्शनकारी मिरिहाना में राष्ट्रपति राजपक्षे के आवास के बाहर पुलिस से भिड़ गए।
कोलंबो के कई इलाकों में कर्फ्यू
प्रदर्शनकारियों की उग्र भीड़ ने श्रीलंकाई सेना की एक बस और एक जीप को आग के हवाले कर दिया। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस ने कोलंबो के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है। इलाके के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कोलंबो नार्थ, कोलंबो साउथ, कोलंबो सेंट्रल और नुगेगोडा पुलिस डिवीजन में तत्काल प्रभाव से अगली सूचना तक पुलिस कर्फ्यू लगाया गया है।"
कोविड के कारण कमजोर हुए श्रीलंका की अर्थव्यवस्था
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के कारण पूरे विश्व में पर्यटन बड़े तादाद पर प्रभावित हुआ है। श्रीलंका की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा पर्यटन से आता है। जिसके चलते महामारी के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुंचा है और अब हालात काफी बिगड़ गए हैं।
विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा श्रीलंका
मौजूदा वक्त में श्रीलंका विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा है। जिसके चलते ईंधन, बिजली और गैस की भीषण किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। श्रीलंका ने आर्थिक सहायता के लिए भारत समेत कई मित्र देशों से मदद मांगी है। यहां रोजाना कम से कम 10 घंटे बिजली कटौती हो रही है। श्रीलंका की मुद्रा आठ मार्च को अमेरिकी डालर के मुकाबले लगभग एसएलआर 90 का अवमूल्यन हुआ है।